तस्वीर से हकीकत कोसों दूर खड़ी थी...
लोग रफ्तार में थे,
मगर ज़िन्दगी कुछ थम सी गई...
I changed my thinking,it changed my feelings,it changed my emotions,it changed my soul,it changed my life..!!
कट्टर विचारधारा
ये एक ऐसी धारा है जो मनुष्य को,
किसी भी दिशा में अंध रूप से बहा सकती है..!!!
अधूरा हूँ अधूरा ही रहने दो,
ये पूरी पड़ने पर तलाशने की गुंजाइश खत्म हो जाती है...!
यहाँ ऊंचे अवधों के आगे,
जुर्म बौना दिखाई पड़ता है..!
आईना रहता सच की हद्द में,
कहीं पत्थर उसे चरमरा न दें...
कुछ इस तरह बुन अपने तकदीर के धागों को,
तुझे सुनने हुजूम (भीड़) नहीं पूरी की पूरी कायनात उमड़ आए..!
आज किस्सा हूँ तो खत्म हो जाता हूँ,
कल कहानी बनूँगा तो चलता ही रहूँगा!!