All about those droplets of rain getting to kiss bare earth, the fragrance of pages and adrak wali chai
Share with friendsज़िंदगी की चित्रकला तो यूँही मुकम्मल हो जाती, मगर हर एक रंग से रूबरू होने का अपना एक वक़्त होता है जनाब ।
तुम्हारे भी,हमारे भी ज़ेहेन में सवाल उठेंगे हर पल,हर दिन। लेकिन ख़ुद पर भरोसा रखना,ऐ दोस्त क्यूँकि ज़िंदगी को हमारी मतलब और मक़सद दोनों ज़रूर मिलेंगे एक दिन, ज़रूर मिलेंगे एक दिन।