ज़िंदगी की चित्रकला तो यूँही मुकम्मल हो जाती, मगर हर एक रंग से रूबरू होने का अपना एक वक़्त होता है जनाब ।
तुम्हारे भी,हमारे भी ज़ेहेन में सवाल उठेंगे हर पल,हर दिन। लेकिन ख़ुद पर भरोसा रखना,ऐ दोस्त क्यूँकि ज़िंदगी को हमारी मतलब और मक़सद दोनों ज़रूर मिलेंगे एक दिन, ज़रूर मिलेंगे एक दिन।