शब्दो को बुनकर प्यार का जाल बनाती हुँ।
Share with friendsज़िन्दगी में जितनी भी मुश्किलें आए, उफ्फ न करना है आग में तप तप कर ही तो कुंदन सोना बनता है। मनु श्वेता मुज़फ्फरनगर
ज़ज़्बातों की जंग में सब हार जाते है अहसासों की जद में सब टूट जाते है हौसले उनके बुलंदहोते है जो हर कठिनाई को जीत जाते है मनु श्वेता मुज़फ्फरनगर
कुछ गीत कुछ कविताये किस्सा तेरा बयां करने लगी कुछ धड़कन मेरी कुछ सांसे मेरी कहानी मेरे इश्क़ की कहने लगी। मनु श्वेता मुज़फ्फरनगर
अपने मन की इच्छा को समझाए कौन अपने मन की दुविधा को बतलाये कौन हर दिन जीते है इस उहा पोह में अपने मन को धीर बंधाये कौन। मनु श्वेता मुज़फ्फरनगर
जीवन मे जितने सुख दुख हमे मिलते है वो सब हमारे कर्मो का ही फल होते है अतःकर्म अच्छे ही करे। मनु श्वेता मुज़फ्फरनगर