यूं सोचते हैं आप की,
हम बेशुमार लड़ते हैं।।
समझ जाइए की हम,
आपको खोने से डरते हैं।।
यूं सोचते हैं आप की,
हम बेशुमार लड़ते हैं।।
समझ जाइए की हम,
आपको खोने से डरते हैं।।
यूं सोचते हैं आप की,
हम बेशुमार लड़ते हैं।।
समझ जाइए की हम,
आपको खोने से डरते हैं।।
चले चलो बढ़े चलो निरंतर प्रयासरत रहो, मंजिल मिल जायेगी जीत गुनगुनाएगी
मां ही मेरा पथप्रदर्शक, मां ही मेरा पूर्ण संरक्षक
विजय ऐसी प्राप्त करो की निंदको के नेत्र भी औचक/आश्चर्य चकित हो जाए
कु नताशा कुशवाहा
जिला मंडला मध्य प्रदेश