लाख दुश्मन हो ज़माना ,ए दोस्त तू बस अपनी दोस्ती निभाना ।।
भूल जाता है एक दिन सबको ये ज़माना,ए दोस्त तू दोस्ती न भुलाना ।।
"वक़्त लगेगा सब ठीक होने में,तू बस ठीक करता रहना "
इंजी. राजन शर्मा
"वक़्त लगेगा सब ठीक होने में,तू बस ठीक करता रहना "
इंजी. राजन शर्मा
ख़ासियत ए वक़्त है इक जनाब,"खराब वक़्त जाता ज़रूर है,और अच्छा वक्त आता ज़रूर है"
राजन
(मेरे अनुभव से..)
ख़ासियत ए वक़्त है इक जनाब,"खराब वक़्त जाता ज़रूर है,और अच्छा वक्त आता ज़रूर है"
राजन
(मेरे अनुभव से..)
वक़्त पर न घमण्ड कर तू इतना पगली , अगर आज तेरा है तो कल मेरा ज़रूर होगा।।ये राजन नही वक़्त है जो न किसी का हुआ न किसी का होगा