देखते रहे आपको एकटक हम आपको ए साहिब,
आप आए भी और चल भी दिए ।।
-माधुरी शर्मा 'मधुर'
क्या लिखें दिले बयाँ ए साहिब,
ये दिल भी तेरा,दिले बयाँ भी तेरा।।
- माधुरी शर्मा 'मधुर'
श्वास-श्वास में प्रभु को ध्यावो,
हरि नाम से मुक्ति पावो।।
-माधुरी शर्मा 'मधुर'
प्रभु के प्रेम में बँधे,बँधे प्रेम की डोर,
प्रेम ही आधार है,जाने का उस ओर।।