साया तेरी पलको तले ,जब आता हूं तेरे सिने के आड़ में तो सुकून मुझे मिले हाथ तेरा जब आये मुझपे , तब मिट जाए दर्द और दुआ मुझे मिले मुस्कान तेरी शामिल होती है मुझमे, खुशिया ज़िन्दगी में बहार लाये माँ सिर्फ तू चाहिए... माँ सिर्फ तू चाहिए... माँ सिर्फ तू चाहिए... - एम. पुष्कर (पुष्कर की कलम)
जमाना ना माने तुमको जब तक तुम चाहो ना खूदको, चैन है उनको बैचेन ना करो खूदको, जब मिलने आये तो जा रहे है हम मंजिल की और तब कहना मत रुकाओ हमको। - पुष्कर ©पुष्करकीलम