वह दिन कभी आने मत देना जब हद से ज्यादा गुरुर हो जाए बस इतना झुका के रखना मेरे कन्हा ........ कि हर दिन तेरा दास बनने को मजबूर हो जाएं..........
सिद्धिविनायक अग्रपूज्य हे, अंतरमन में बास करो...... जन जन को आलोकित कर दो, दोषों का प्रभु नाश करो...... विघ्नहर्ता हे गौरी नंदन, मुझको शरणागत कर लो....... ज्ञान उपासक मुझे बनाकर , जीवन पथ में प्रकाश करो........ -Shitikantha gaigaria
वह दिन कभी आने मत देना जब हद से ज्यादा गुरुर हो जाए बस इतना झुका के रखना मेरे कान्हा ........ कि हर दिन तेरा दास बनने को मजबूर हो जाएं.......... -Shitikanth gaigaria
हे महादेव! मुझे किसी के साथ नहीं... चाहत.... चाहत बस तेरा साथ हो..... तू अगर कृपा करे हे भोले! तू अगर कृपा करे इस शरीर के राख से एक दिन तेरा श्रृंगार हो........
मेरे कन्हैया को नीला रंग सबसे ज्यादा पसंद है जानते हो क्यों क्योंकि नीला में प्रेम समाहित है इसकी व्यापकता अनंत है सृष्टि का प्रारंभ इस नीला से हुआ था और अंत भी....... -M.r Shitikantha gaigaria