Nishant Kr. Paswan
Literary Lieutenant
5
Posts
0
Followers
0
Following

I'm Nishant and I love to read StoryMirror contents.

Share with friends

टूटा हुआ हु मै अंदर से बस तेरे इंतज़ार में इस महफिल में कोशिश करता हूं कि न करू तेरा जिकर समेट ले मुझे कही न जाउ मे बिखर

पिता से प्यार बहुत हैं लेकिन जता नही सकते और वो भी बता नही सकते दिल की बातें समझ जाते हैं इशारो से लेकिन फिर नराज नही होते हमारे हारे से

आप कब आओ गी मेरी गली तब ही खिलंगे फुल की कली आपके लिए सजा के रखी है महफिल जिसके इंतजार मे है मेरा बेताब दिल


Feed

Library

Write

Notification
Profile