मेरे रंग को छोड़ तूने तो चुन लिया अपना रंग,
सुमन तू ही बता मैं कहां हूं।
मेरे रंग को छोड़ तूने तो चुन लिया अपना रंग,
सुमन तू ही बता मैं कहां हूं।
लांछन शब्द खुद में ही मुझे समेटे हुए है।
मेरी तरह यह खुद भी बेखुदी का शिकार जो है।
लांछन शब्द खुद में ही मुझे समेटे हुए है।
मेरी तरह यह खुद भी बेखुदी का शिकार जो है।
अब वफ़ा की उम्मीद मैं किस से करूं।
बेवफा होने का इनाम भी तो उसी ने दिया।