Ajay Sharma
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my first story published for a magazine and I am still in a way to write better...

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संजो रखा है मैंने,उसको अपनी डायरी के हर पन्नों में अजय कु० शर्मा|AKS

कद्र नही तुझे,मेरी कोई बात नही पर ख्वाहिश आज भी है तेरी,तेरे ना कहने पर भी.. अजय कु० शर्मा

जरूरी तो नही कि जरूरत सिर्फ गरीबों को पड़ती है इतिहास में बादशाहों को भी झुकते देखा है अजय कु० शर्मा

वाह रे वाह इंसान, तुमने भी क्या खूब बदला है अपना तौर-ए-ज़िंदगी के लोग,अब जानवरों से भी ज्यादा, तुम से डरते हैं अजय कुo शर्मा

जो हमसे पूछते हैं कि तुम मेरी क्या हो वो जान लें,वो मेरी जान है। अजय कुo शर्मा

उन्हें अक्सर मुझसे शिकायत रहती की मैं, बातें अधूरी करता हूँ पर उसने तो इश्क़ ही अधूरी कर दी। - अजय कु० शर्मा

कभी हुआ नही जो आज हुआ सीने के बाईं ओर से थोड़ा दर्द और कुछ टूटने की आवाज़ आई। अजय कुo शर्मा

पुराने ज़ख्म अभी ठीक से भरे भी ना थे कि किसी अपने ने फिर से खरोंच मार दी अजय कु० शर्मा

कलम उठाया हूँ जो आज मैं तो लिखने से न कतराऊँगा सच को सच और झूठ को झूठ बेझिझक कलमबद्ध कर जाऊंगा अजय कु० शर्मा


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