Rishabh Katiyar
Literary Captain
5
Posts
6
Followers
0
Following

मैं इस उन्मुक्त गगन का वो आजाद पंछी हूँ, जो लोगों की उम्मीद पर नहीं, अपनी जिद पर जीता है

Share with friends

लाख कोशिशें की उसने निगाहें फेरने की मगर मेरी मोहब्बत से हार गई वो!


Feed

Library

Write

Notification
Profile