मुझकों इतना भी ना सताया कर
मोहब्बत है तो ज़रा जताया कर
सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं
और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं
By जौन एलिया
फूलों के संग काँटो से भी यारी की
हमने गुलसन में ऐसे गुलज़ारी की
- Jonty Dubey
हुस्न वालों का अज़ीब मसअला है
आशिक़ों का दिल तोड़ दिया करते हैं