सभी लोगों का मेरी प्रोफाइल पर स्वागत है। मै कोई प्रोफ़ेशनल राइटर नहीं हूं बस अपने दिल की बात लिखकर सबके बीच रखने की कोशिश करता हूं।
Share with friendsछीन लिया कुम्हार से अंदर और बाहर थाप लगाने का अधिकार, अब कहते को कि बर्तन सबसे सबसे सुंदर बनना चहिए।
"कैसे हो "? शब्द में जितनी बड़ी औपचारिकता होती है "अच्छा हूं" मे भी कभी कभी बहुत बड़ा झूठ छिपा होता हैं।
Apno ke Liye Likhna Chahte hai Kuch Khash, Dil me hai Unse Jude Rishte ke liye khas Jagah, But Chahkar Bhi Bayan Nhi Kar Paa rhe hai, Ye Kambakht Kalam bhi Hamara Sath nhi De rhi.