I'm Nandini and I love to read StoryMirror contents.
चाँद बादलों में छुप रहा है, कितना बेपरवाह है। हमारी आँखों से नींद भी गायब है, न जाने किसका इंतजार हैं ।
जी चाहता है कुछ काम कर लूं, अपना भी रोशन नाम कर लूं, मगर यह जिंदगी फुरसत ही नही देती