I'm raut and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsI am a woman I have right to become doctor teacher...... too because Babasaheb give right in savvidhan
लब्ज ए जिंदगी के बेरंग जिंदगी में अब कोनसे रंग बाकी है | नूर में अशको की घनी घनी झाकी है | की पिघल जाये हम भी बर्फ की तरह पर वो गलिया भी क्या जहाँ अपनेही पराये हो, यु तो अपनेपन की दास्ताने हमने भी ताकी है | नूर में अशको की घनी घनी झाकी है | -rekha
ना कळली मला प्रीत तुझी वागणे तुझे कोड्यात आहे.. पाहिले मी आज प्रीतीचे रंग तुझ्या डोळ्यात आहे. @rekha