भूमिगत कोयला खदान के अंधेरों से निकलकर जब बाहरी दुनिया में आता हूँ तो जैसे खुद को एक नए कोण से देखने की दृष्टि मिलती है. हर दिन एक नया जन्म पाता हूँ.