धैर्य
धैर्य की असली परीक्षा
विषम परिस्थितियों में ही होती है।
एकता गुप्ता
धैर्य
विषम परिस्थितियों में धैर्य मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त होता है।
एकता गुप्ता
सशक्तिकरण
सशक्तिकरण की बात जहां
होती है,
प्रथम नारी से ही शुरुआत हो जाती है।
नारी बनेगी सशक्त खुद के
विचारों से,
न कि किसी सरकार के द्वारा उठाए नियम कानूनों से।
एकता गुप्ता
जब सफलता लगी मचाने शोर,
तब बज गया डंका तेरे हुनर का चारों ओर।
जो कहते थे कुछ न कर पाएगा,
वो कहते है हमे तो पता है यही कुछ कर दिखाएगा ।
हर महिला की यही कहानी,
कभी ठहरा समंदर तो...
कभी बहता पानी।
एकता गुप्ता
है नया आगाज़ नयी शुरुआत,
हर कदम आत्मविश्वास के साथ...
होंगे सपने साकार फिर इस नयी शुरुआत के साथ।
एकता गुप्ता
ये घना अँधेरा कब तक अपने पाँव पसारेगा ,
कल का सूरज नई सोच के साथ नई शुरुआत अवश्य ले आएगा।
माता बच्चे की जननी और पिता बच्चे का आधार,
माता- पिता दोनों ही हैं अपने बच्चे का संसार।
लॉक डाउन का पालन करो,
घर में रहो, सुरक्षित रहो।