किसी कार्य का भाग बनें,
या कार्य से भाग लें।
मर्ज़ी हमारी
प्रफुल्लित रहना है तो,
लोगों की हँसी उड़ाने के बजाय,
उनको हँसाना सीख लीजिए।
जीवन उसी का सबसे पहले छूट जाता है,
रिश्ते जोड़ने वाला अक्सर टूट जाता है।
सामने वाला कितनी भी नेगेटिविटी क्यों ना दे,
अपने क्रिएटिविटी नहीं छोड़नी।
मैं अकेला था तो मज़बूत हुआ,
लोग छोड़ते गए, मैं जुड़ता रहा।
अकेलेपन को कोई सज़ा मान ले,
या, कोई तब खुद को पहचान ले।
सफलता देखनी है तो उनकी देखिए, जिन्होंने सफर शुरू करने से पहले सीढ़ी देखी नहीं, खुद बनाई।
इतना तो स्वाभिमान हो कि कोई हमें लाइन में आखिरी नंबर पर रखे तो हम चुपचाप सबसे पहले निकल लें।
उतना ही बोलो,
जितना सामने वाला सुनता है।
स्पष्टवादी और मुँहफट के बीच बड़ा अंतर यह है कि स्पष्ट तो दोनों कहते हैं, लेकिन मुँहफट व्यक्ति दूसरों की भावनाओं का ध्यान नहीं रखते।