प्रेम में मिलन ना हुआ तो प्रेम अधूरा है,
इसका मतलब हमारे ही मन में पूरा प्रेम नहीं है।
कितनी ही बातें जो गले से नहीं उतरतीं,
दोगली हो जाती हैं।
बदले इंसाँ के साथ तो हर कोई बदलता है,
एक बार ठोकर खा ले, दूसरी बार तो संभलता है।
नेगेटिव लोगों के साथ रहकर पॉज़िटिव व्यक्ति
नेगेटिव हो न हो
बीमार ज़रूर हो जाता है।
खुदका एनालिसिस
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अपनी ग्रोथ
फूलों का मिलकर माला बन जाना फूलों की एकता के कारण ही संभव है।
कुछ बड़ा काम करने से पहले हम हमारी टीम बनाते हैं। दाएं बाएं, आगे पीछे कौन रहेंगे, इसका भी ध्यान रखते हैं।
ऊपर भी कोई है, इसका भी ध्यान रख लें तो काम बेहतर हो सकता है।
उस घर में एक जोड़ी जूते घिसे हुए थे,
बाकी सब जूते चमकदार थे,
उस घर में पिता थे।
खुशबूदार साबुन से साफ धुले हुए सुंदर हाथ भी यदि कचरा उठाएंगे, तो कचरे वाले हाथ ही कहलाएंगे।