जज़्बात से भरे ये मेरे अल्फाज़ बेहतरीन ना सही..
मगर आप समझ रहे हैं मेरे लिए बस यही काफी है...
ना छेड़ किस्सा उल्फत का,
वो बड़ी लम्बी कहानी है..
मैं ज़िन्दगी से नहीं हारा,
किसी अपने की मेहरबानी है..,
वाटाड्या the stranger...
कलम ही सहारा मेरा
कलम ही है बंदगी
कलमसे ही नाम मेरा
कलम ही है जिंदगी .....
हमराही the stranger ...
जिंदा लाश बन गया हू
एक सास नही है
दिल मै अब तेरा एहसास नही है
ना फिक्र है ना परवाह है तेरी
दिल को तेरी आस नही है...
वाटाड्या The stranger ...
आदत सी है ठोकर खाने की
बिना वजाह बहोत कुछ बोल जाने की
क्या करे पेशा ऐसा है
हमारी सोच का अंदेशा ऐसा है
वाटाड्या the stranger ...