Freelance Poet & Writer
हम जीने के लिए खाते हैं न कि खाने के लिए जीते हैं। इसलिए कम खाएं , पोष्टिक खाएं। साफ-सुथरी और ताजी खाएं। 🍱
हरेक स्त्री एक मां नहीं होती है । ❣️ परंतु हरेक मां एक स्त्री जरूर होती है।। ©️अजय यायावर 'सामाजिक यायावर' ✍️