Writing is my patience since childhood.....
मैं कोई लेखक नहीं लेकिन लिखना मुझे बहुत पंसद है और जो लिखती हूँ दिल से लिखती हूँ।
"भले ही मैं खास नहीं, लेकिन आम भी नहीं"
जब तक हम खुद जीवन के उस सफर तक नहीं पहुंच जाते, तब तक हम सामने वाले की भावनाओं को नहीं समझ पाते,
यही सबसे बड़ा सच है।
इसलिए समझने और समझाने से अच्छा है कि खुश रहें और सब कुछ ईश्वर पर छोड़ दें।।