मेरा नाम विवेक शर्मा है और मैं पंजाब के जिला पटियाला से संबंधित हूं। जर्नलिज्म क्षेत्र से जुड़ा हुआ हूं । कभी-कभी भावनाओं को, आसपास की घटनाओं को शब्दों में पिरोना अच्छा लगता है। सकारात्मक ऊर्जा वाले लोग मेरे हमेशा पसंदीदा रहे हैं
Share with friendsमंज़िल को चुनना और उसकी तरफ बढ़ना आसान है। राह में आई मुश्किलों से सबक लेना, असफलता को सीढ़ी बनाना सच्चे योद्धा की पहचान है।। विवेक शर्मा
मंज़िल को चुनना और उसकी तरफ बढ़ना आसान है। राह में आई मुश्किलों से सबक लेना, असफलता को सीढ़ी बनाना सच्चे योद्धा की पहचान है।। विवेक शर्मा
'वक्त की बिसात पर अब खेल थोड़ा अजीब है.. शह (शै) और मात का मामला भी काफी करीब है ' "अपनों से ही हार जाने का ना जाने क्यों जुनून है, वक्त से यहां भी नसीहत लेने का फितूर है " @विवेक शर्मा