जहाँ एहमियत न हो
वहाँ नही रहना चाहिये
मन मे वक्त बदलने की आस ही
हमारा जीवन बदलती है
गरिमा
रिश्तो की सारी
खूबसूरती अहम खा जाता है
फिर रिश्ते बद से बद्दतर नजर आते है
गरिमा
जिंदगी जीना बहुत आसान है
बस नज़रिया बदल लीजिये
गरिमा
किसी के साथ कितनी भी दूर चले जाओ
कोई साथ नही देता सब अपना स्वार्थ देखते है
आप हमेशा अकेले ही होते है
सारी बुराई तो सच्चे लोगो मे होती है
झूठे लोग तो दूध के धुले होते है
दर्द तो अपने ही देते है
गैर तो मरहम का काम करते है
उसे देर से आने की आदत थी
नही पता था कि वो मेरे जनाजे
पे भी देर से आयेगा
जो झूठे होते है
वो सिर्फ झूठ से रिश्ता निभाते है
उनका कोई रिश्तेदार नही होता है