I'm Suryakant Tripathi and I love to read StoryMirror contents.
मुसका दी, आभा ला दी मुसका दी, आभा ला दी
क्रीड़ाएँ व्रीड़ा में परिणत । मल्ल भल्ल की-- मारें मूर्छित हुईं, निशाने चूक गए हैं । क्रीड़ाएँ व्रीड़ा में परिणत । मल्ल भल्ल की-- मारें मूर्छित हुईं, निशाने चूक गए ...
बोले विष्णु, "नारद जी, आवश्यक दूसरा एक काम आया है तुम्हें छोड़कर कोई और नहीं कर सकता। बोले विष्णु, "नारद जी, आवश्यक दूसरा एक काम आया है तुम्हें छोड़कर कोई और ...
ताक पर है नमक मिर्च लोग बिगड़े या बनें ताक पर है नमक मिर्च लोग बिगड़े या बनें
एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढुलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर ज्यों कहा- "मैं तोड़त... एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढुलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर ज्...
कट-कटकर रहा काल कट-कटकर रहा काल
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव; नव नभ के नव विहग-वृंद को नव पर, नव स्... नव गति, नव लय, ताल-छंद नव नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव; नव नभ के नव विहग-वृंद को ...
फिर वही पहले के से वार हुए फिर वही पहले के से वार हुए
पुष्प-पुष्प से तन्द्रालस लालसा खींच लूँगा मैं, अपने नवजीवन का अमृत सहर्ष सींच दूँगा मैं, पुष्प-पुष्प से तन्द्रालस लालसा खींच लूँगा मैं, अपने नवजीवन का अमृत सहर्ष सींच ...
खुले केश अशेष शोभा भर रहे खुले केश अशेष शोभा भर रहे