Anil Pandit
Literary Colonel
42
Posts
1
Followers
0
Following

WRITER

Share with friends
Earned badges
See all

पलाश पलाश खिलता बन में रंग लाल मन में डाल डाल पर बसंत आया फूल फूल पर मन लहराय हसीन चित्र वादीयों का रूप निखरता पलाश का कवि अनिल

मेघ आले भरून मन गेले मोहरून सुखाच्या सरी बरसू दे आनंद सर्वत्र पसरू दे अनिल पंडित

वक्त कभी रुकता नही वक्त कभी झुकता नही वक्त की कद्र करो तो फिर क्या मिलता नही अनिल पंडित


Feed

Library

Write

Notification
Profile