Nalini Mishra dwivedi
Literary Colonel
AUTHOR OF THE YEAR 2019 - NOMINEE

112
Posts
163
Followers
1
Following

मुझे लिखने का शौक है।

Share with friends
Earned badges
See all

कितना खुबसुरत था बचपन आस पास बस खुशिया रहती गम की नही कोई परछाई रहती मन करता फिर से बचपन मे चली जाऊ फिर से मै बच्चा बन जाऊ

तुम हकीकत हो या ख्वाब हो पर जो भी हो इस दिल की जान हो तुम

मानो चाहे ना मानो ईश्वर है इस दूनिया मे बस जरा सा धैर्य और संयम की जरूरत है।

मानो चाहे ना मानो ईश्वर है इस दूनिया मे बस जरा सा धैर्य और संयम की जरूरत है।

कभी रुका नही, कभी थका नही कभी ठोकर लगी तो, रुका नही आज मिल गई मुझे मेरी मंज़िल मेरे सपनो की ये बौनी उड़ान है।

जिंदगी कोई खेल नही, बहुत से चुनौतियो से गुजरना पड़ता है सभी को। कभी आशा दिखाई देती तो कभी निराशा फिर भी जिंदगी रुकती नही।

क्योकि लड़के कभी रोते नही क्यू नही रो सकते लड़के? क्या उन्हे चोट नही लगती? क्या उन्हे दर्द नही होता? क्या उनका दिल नही टूटता?

बिन फेरे हम तेरे तेरे बिन हम अधूरे चलो अब संग मेरे रंग जा तू मेरे प्यार के रंग मे ता उम्र बन जाओ मेरे

कहते है इंसान के जाने के बाद श्राध्द जरुर कराना चाहिऐ । नही तो उसकी आत्मा को शांति नही मिलती।


Feed

Library

Write

Notification
Profile