किसीका हाथ छुटा है किसीसे रिश्ता टुटा हैंं,
संभलने की कोशिश कर रहे है हम
कोई है जो हमसें रूठा है।
मेहफूज थे हम अपने आशियाँ में
ये आहट से किसकी
हमारा वजूद ही बदल गया।
तेरी एक नजर से इस दिवाने का
दिल कुछ ऐसे पिघल गया।
हमनें तो इश्क किया था
इबादत उसे कहा गया,
पर इस दुनिया को
सच्चा प्यार न सहा गया।
बाँतों में भला रखा है क्या
जज्बाँत तो दिल में होते है
धोखा खानेवाले वैसे तो
तन्हाई में ही रोते हैं।
जीवनात येणाऱ्या अडचणींना मात द्यावे,
अन् गरजवंताला नेहमीच मदतीचा हात द्यावे.
मेरे तकदीर का हाल है ऐसा
जैसे कोई काँच के तुकडे
जहाँ के सारे गम मेरे दामन में
और मेरे हालात भी बिगड़े
इस इश्क की बात ना पूछो
किस किसको तडपाया हैं
प्यार मिलकर जिसने है खोया
वही आशिक कहलाया हैं।