दया वो भाव है जो हमारी इंसानियत को जिन्दा रखती है।
सुमन मिश्रा
कभी किसी से कोई आशा न ही करें,तभी आप खुश रहेंगे।
सुमन मिश्रा
कुछ चीज़ों को हम नहीं बदल सकते, वह समय आने पर खुद बदल जाती हैं।
सुमन मिश्रा
मुश्किलों में हमारी
अंदरूनी शक्ति ही हमें,
आगे बढ़ने का मार्ग
दिखाती है।
हर पल तो हमारे साथ कोई हो नहीं सकता, इसलिए कुछ सफर हमें अकेले ही करने होते हैं।
–सुमन मिश्रा
एक माँ निस्वार्थ भाव से अपने बच्चों को प्रेम करती है,और बदले में कुछ नहीं मांगती।
सुमन मिश्रा
Without any desire a nurse serves the patient.
And is called the heart of our health system.
Suman Mishra
प्रेम दिल से होता है और वियोग होने पर यही दिल टूटता है।
–सुमन मिश्रा
Our presence is nothing more than a small bubble of water in this vast universe, so don't have unnecessary ego, live life cheerfully, enjoy and respect other's achivement as your own and accept them joyfully.