जन्म : मुम्बई, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत "अभिशप्त श्यामला" विधा उपन्यास स्वर्ण पुरस्कार
अबकी छुट्टियां भी छुट्टी पर हैं ऑफिस नहीं न स्कूल खुला है
हाथ में गुब्बारे देख माँ हँस पड़ी, बोली अब भी बच्चा है तू जाने क्यों लोग कहते तू बड़ा हो गया है