I'm Pallavi and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsनाराजगी बस अब कुछ बाते प्यार की भी करलो बहोत इंतज़ार करवाया तुमने अब… इस कंबखत दिलकी शिकायते भी सुनलो
हर वक़्त …वक़्त की पाबंदी क्यू और मेरे फैसले में उनका हिस्सा क्यू चाहती हु जीना मनमौजी होके… फिर भी हर दफा ये लड़की होने की मोहर क्यू
हर वक़्त …वक़्त की पाबंदी क्यू और मेरे फैसले में उनका हिस्सा क्यू चाहती हु जीना मनमौजी होके… फिर भी हर दफा ये लड़की होने की मोहर क्यू