जिम्मेदारियाँ हों तो खुद को भूल कर, अपनों के लिए जीना पड़ता है..
आँसुओं को, मुस्कुराहट का मुखौटा पहनाना पड़ता है,
दर्द को हर कोई समझ पाए, ये ज़रूरी नहीं..
दुनिया दिखावे पे चलती है, वास्तव से किसी को सरोकार नही
शिक्षा का सार मात्र डिग्री, औधा या उपलब्धियों तक सीमित नहीं,
आपके संस्कार, व्यवहार, आचरण, विचार, समर्पण, आदर्श तथा कर्म भी आपके अस्तित्व और परवरिश का परिचय देते हैं।
वास्तविक शिक्षा आपके उपदेश नहीं, अपितु कर्मों की विशुद्धता है।