तुम्हारी आँखों में जब भी झांककर देखता हूं मै हर वक्त मुझें तुम्हारी आँखें मुझसें बहुत कुछ कहतीं है तुम्हारी वो खामोशी और आँखो की बातें मुझें कुछ बैचेन सी करती हैं
किसी तन्हा रातों में आज भीं मै जी भर के रोती हूंँ अक्सर तुम्हारी यांदो को याद करते हुए मै रातों से बड़ी बातें करती हूँ किसी तन्हा रातों में आज भीं दिल तड़पता है तन्हाई का वो आलम आज भीं मुझें बहुत कुछ सिखाता है...
ज़िंदगी के हसीन यांदो का पिटारा है पुराने दिन होठों पे मुस्कान और दिल को सुकून देते हैं पुराने दिन कभी फुर्सत मिलेगी तो मै मै उन दिनों को यांद कर के हर एक लम्हा जीना चाहती हु फिरसे पुराने दिनो को मेहसूस करना चाहती हु फिरसे