परिवर्तन के बिना प्रगति असंभव है । जो अपने मन को नही बदल सकते वे कुछ भी नहीं बदल सकते ।
हारता वही है जिसे अपने आप पर विश्वास ना हो । जीत की पहली शर्त आत्मविश्वास है ।
अपने सुख दुख अनुभव करने से बहुत पहले, हम स्वय उन्हे चुनते हैं
दुनिया की कोई भी सम्पदा ईमानदारी से बड़ी नही है
प्रकृति कोई मंदिर नही है , कार्यशाला है , जहां मनुष्य कर्मकार है
मेरा यकीन मेरी किस्मत में है, इसे मुझसे कोई नहीं छीन सकता
उन्हे निंदा करनेका अधिकार है , जिनके पास मदद करने का दिल है । बाकी क्रूरता है।
खुशी तितली जैसी होती है।
यह दौड़ने से नहीं , ठहराव से मिलती है ।
जब पढे लिखे लोग भी गलत बातो का समर्थन करने लगे तो यह समाज की सबसे बड़ी समस्या है ।