I'm Dr. Anuradha and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsआनंद, मस्ती ,हार-जीत,दांव-पेंच, नियम । यही खेल है। फिर खेल जीवन वाला हो या मैदान वाला।" अनुराधा जैन 'हुकूमत '
जिस प्रकार सागर में तरंगे निरंतर गिरती - उठती रहती हैं उसी प्रकार मन में एक के बाद दूसरा विचार आता-जाता रहता है। अनुराधा जैन 'हुकूमत '
कोरोना काल में दवा का इजाद होने तक नागरिकों को बचाने का एकमात्र उपाय ही लॉक डाउन है। अनुराधा जैन हुकूमत