स्नातक B.A हिंदी ऑनर्स उम्र 55 वर्ष. निर्माण रिटेल होल्डिंग्स, Lays और Kurkure प्राईवेट कंपनी में कार्यरत हु। टीम लीडर, डीएलओ डिलीवरी लॉजिस्टिक ऑफिसर के पद पर आसीन हु नजफगढ़ शाखा मे. खाली समय में कहानियां लिखना कविताएं लिखना कोट्स लिखना बेहद पसंद है। मेरी 400 से अधिक पुस्तके प्रकाशित हो चुकी... Read more
Share with friendsकई चेहरे पर चेहरे लगा लेते है लोग सरल हृदय उसे नहीं पहचान पाते क्षण में कुछ क्षण में कुछ पल पल अलग मुखौटा लगा लेते है लोग लेखक मान सिंह नेगी
पहले हम सोते थे तब शरीर को आराम मिलता था. आज हम सोते है तो मोबाइल को आराम मिलता है लेखक मान सिंह नेगी