I'm Amit and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsवास्तविकता को जितनी जल्दी हो सके स्वीकार कर लेना चाहिए, क्योंकि इसे स्वीकार करने में जितनी देर होगी तकलीफ भी उतनी ज्यादा बढ़ेगी, इसीलिए बात चाहे स्वयं की हो या गैर की इस मामले में आंख और दिमाग पूरी तरह खुला रखें। ✍️