#मातृभाषा ********** मातृभाषा पर गुमान हमें कुछ इस तरह है। की हम तो केवल अपनी माँ की जुवान ही जानते है।जो सीखा उन्ही की जुवान से की माँ प्यारी अपनी जुवान से.....
खेल(स्पोर्ट्स) *********** जीवन एक खेल बन गया जिसे जितने की चाह में दिन रात एक कर दिया पर ये हारना हमारी किस्मत में भी था एक खेल ने हमे सीखा दिया। कविता यादव ***********
प्यार ***** प्यार दीवाना होता मस्ताना होता है हर खुशी से हर गम से अनजाना होता है कविता यादव ************
दोस्त ***** अच्छे दोस्त किस्मत वालो को मिलते है। वरना ,दोस्ती के नाम पर यही दोस्त पीठ पीछे खंजर घोंपते है..... कविता यादव ************
परिवार ****** परिवार जीवन की नींव है। परिवार नही तो जीवन जीना भी कही अधिक कठिन है। कविता यादव ***********
फ़टी जेब 🙏🙏🙏 हम भी कुछ कर गुजनरे की औकाद रखते है।साहब.... पर हमारी वो गुंजाइश नही है,की हम ईमान रखते है बेईमानी हमारी फितरत में नहीँ है। जेब भले ही फ़टी हो पर दिल से हम राजा है रंक नही है.... 🙏🙏🙏🙏धन्यवाद🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏कविता यादव🙏🙏🙏🙏