अच्छा वक्त भी उसका होता है जो किसी का बुरा नही सोचता
परफेक्ट दुनिया में कोई नहीं ,जो है उसको परफेक्ट समझ कर आगे बढ़े
खुद को समय देना, ईशवर के करीब होने का पहला कदम हैं
हर समय दूसरो को दोष देना, रिशते बिगाडने का कारण है।
जो वक्त कि कदर नही करता वो सफल अल्प समय के लिए ही हो सकता है ।
जीवन के गलत फैसलो के लिए हम खुद जिम्मेदार होते है ।
सम्मान के लिए, दिखावे के लिए अपना आत्म सम्मान नहीं खो सकती
जितना समय हम खुद को देते हैं उतना हम निखरते हैं।
हर वक्त दूसरों की हां में हां मिलाकर हम अपना वजूद खो देते हैं