" ये कैसा योग है
प्यार भी मैं करूं
और दर्द भी मैं हीं सहूं !" - निरंजन कुमार मुंना
" ये कैसा योग है
प्यार भी मैं करूं
और दर्द भी मैं हीं सहूं !" - निरंजन कुमार मुंना
" ये कैसा योग है
प्यार भी मैं करूं
और दर्द भी मैं हीं सहूं !" - निरंजन कुमार मुंना
"प्रेम और नफरत दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू होते हैं, प्रेम में भी कोई याद आता है और नफरत में भी।"
- निरंजन कुमार मुंना
"मोहब्बत कर के देखो समझ में आ जायेगा जिन्दगी क्या चीज़ है।"
- निरंजन कुमार मुंना
"मोहब्बत कर के देखो समझ में आ जायेगा जिन्दगी क्या चीज़ है।"
- निरंजन कुमार मुंना
"मोहब्बत कर के देखो समझ में आ जायेगा जिन्दगी क्या चीज़ है।"
- निरंजन कुमार मुंना