वर्तमान समय में इंसान को आस्तिक व नास्तिक नहीं, वास्तविक होने की आवश्यक्ता है।
डॉ श्रीप्रकाश यादव
अन्याय के विरुद्ध डट कर खड़े रहो, जीवन क्षणिक है मृत्यु से भयभीत न हो।
―डॉ श्रीप्रकाश यादव
सर्वांगीण विकास के लिए दकियानूसी सोच से ऊपर उठना होगा
स्वयं के अनुभव ही
सत्य का दर्शन कराते हैं।
―डॉ श्रीप्रकाश यादव
स्वयं के अनुभव ही
सत्य का दर्शन कराते हैं।
―डॉ श्रीप्रकाश यादव
जमीर बेचकर अमीर होना
इससे अच्छा है कि फकीर होना।
― डॉ श्रीप्रकाश यादव
जमीर बेचकर अमीर होना
इससे अच्छा है कि फकीर होना।
― डॉ श्रीप्रकाश यादव
सुविधा संपन्न लोग बैठे हैं घरों में,वह सड़क पर खड़ा है,
शायद उसका जज्बा कोरोना से बड़ा है।
सुविधा संपन्न लोग बैठे हैं घरों में,वह सड़क पर खड़ा है,
शायद उसका जज्बा कोरोना से बड़ा है।