मुझे कहानियां, कविता पढना और कभी कभी लिखना बहुत पसंद है।
Share with friendsSubmitted on 12 Jul, 2019 at 00:28 AM
हौसले के दम पर खुद को रखो अडिग, कदम अपने डगमगाने मत देना। हासिल नही होती यू ही सबको अपनी मंजिल कुछ पाने के लिए निरन्तर चलना पड़ता है। ragini sinha
Submitted on 12 Jul, 2019 at 00:22 AM
जब तू मेरे साथ था, हर लम्हा मेरे साथ था। जब से तू गया मुझे छोड़कर हर लम्हा भी तू ले गया। Ragini sinha
Submitted on 12 Jul, 2019 at 00:13 AM
जो बीत गया उसे याद न कर, वो तुम्हार कल था। आज के लिए एक नई शुरुआत तो कर। Ragini sinha
Submitted on 10 Jul, 2019 at 17:28 PM
मायूस होकर यू उदास न बैठो, कलाई पर बंधी घड़ी से भी सीखो। अच्छा उसे नही लगता है पल भर भी रुकना सुस्ताना अच्छा उसे बहुत लगता है चलना बस चलते ही जाना।। Ragini sinha
Submitted on 10 Jul, 2019 at 17:22 PM
लम्हे वो प्यार के, वादे तेरे इकरार के। मिलेंगे हम तुमसे जिंदगी के किसी मोड़ पे। चाहत तुझे पाने की, हसरते संग जीने मरने की न जिद करो तुम मुझे अकेला छोड़ जाने की।। Ragini sinha
Submitted on 10 Jul, 2019 at 17:16 PM
लम्हे वो प्यार के, वादे तेरे इकरार के। मिलेंगे हम तुमसे जिंदगी के किसी मोड़ पे। चाहत तुझे पाने की, हसरते संग जीने मरने की न जिद करो तुम मुझे अकेला छोड़ जाने की।। Ragini sinha
Submitted on 10 Jul, 2019 at 17:02 PM
वक्त वक्त की बात है आज तेरा है कल मेरा होगा। भले ही आज इन आंखों में बरसात है पर कल खुशियों का समंदर होगा। Ragini sinha
Submitted on 29 Jun, 2019 at 09:58 AM
रूठ जाना,खफा हो जाना पर दूर मत जाना, ए मेरे हमराही हमसफ़र मेरा दिल तोड़ न जाना। Ragini sinha
Submitted on 27 Jun, 2019 at 06:28 AM
कठिन परिस्थितियों में भी डटकर खड़ा रहना सिखाया, जिंदगी के हर सवाल का जवाब देना सिखाया। चाहे जितने भी गम हो मुस्कुराना सिखाया, पापा मेरे पापा आपने ही तो जिंदगी जीना सिखाया। Ragini sinha
Submitted on 27 Jun, 2019 at 03:43 AM
तूने ही तो कहा था मेरी हां में ना छुपा है, और ना में ही हां। तो फिर समझे क्यों नही मेरी बातों को, चल दिये तुम फिर कहाँ। Ragini sinha
Submitted on 27 Jun, 2019 at 03:37 AM
वादा करो कि जाने की जिद न करोगे, चले जाओगे जो एक बार तो सनम आहे भरोगे। Ragini sinha
Submitted on 25 Jun, 2019 at 18:15 PM
जो भी गम हो जिंदगी में मुस्कुरा के जिओ अपने लिए न सही अपनो के लिए जिओ। Ragini sinha
Submitted on 25 Jun, 2019 at 18:11 PM
सुख और दुःख का संगम जिंदगी, कभी धूप तो कभी छाँव जिंदगी। ragini sinha