I'm Sanskaar and I love to read StoryMirror contents.
यह रात न जानें और कितनी लंबी होगी । आज फ़िर एक बार कोशिशों का रास्ता मंज़िलों के सपनो के सूरज को न देख सका ।
चाहे जितना मर्ज़ी मुझे अपनी राह से रुक्सत कर ऐ ज़िन्दगी मैं गुज़रा हुआ वक्त नही जो वापस ना आ सकूँ।।।