रिश्तों में भरोसे की मिठास औऱ प्यार का नमक डालिये, फिर देखिए जिंदगी कैसे लजीज बन जाती है। " शालिनी "
रिश्तों में भरोसे की मिठास औऱ प्यार का नमक डालिये, फिर देखिए जिंदगी कैसे लजीज बन जाती है। " शालिनी "
रिश्तों में भरोसे की मिठास और प्यार का नमक डालकर तो देखिये , रिश्ता फिर कैसे लजीज बन जाता है। "शालिनी"
जिंदगी में दुखों का भी एक अलग मजा है साहेब , यह छोटी - छोटी खुशियों का जायका बढ़ा जाते हैं। "शालिनी "
जिंदगी के फलसफे भी बड़े अजीब होते हैं, आदमी देखकर पलट जाया करते हैं , लफ्ज कुछ और लिखे होते हैं, हालात इबारतें बदल जाया करते हैं। शालिनी
यह जो जिंदगी के ताने बाने है, सुलझते नही मगर सुलझाने है, हर दिल मे दबे कुछ किस्से पुराने है,मगर लिखने सभी को हरदम नए तराने है।। "शालिनी"