लेखन एक साधना है ,जिसमें एक बार डूब गए तो वहाँ से निकलने का मन ही नहीं करता।लेखनी की अद्भुत शक्ति को पाने के लिए पूरी निष्ठा, समर्पण और दिन रात कड़ी मेहनत जरूरी है। लिखे वहीं जो किसी को सुख प्रेरणा प्रोत्साहन देकर उसे आगे बढ़ने में मदद करें। जो सकारात्मकता का प्रकाश फैलाये।
Share with friendsडिग्रियाँ इकट्ठी कर करते हो, अपने गुणों का बखान। करो सेवा समर्पण भाव से, यही है बुद्धिमत्ता की पहचान।
झूठ टिकता नहीं ज्यादा देर तक काम आती है जीवन में सच्चाई। रहना ईमानदार कर्तव्य के प्रति यही होगी असल कमाई।