मुझे तुम याद करना और मुझको याद आना तुम । मैं एक दिन लौट के आऊंगा, ये मत भूल जाना तुम ।। #स्वप्निलस्वाभाविक
मुझे रखा छाँव में, खुद को रखा धूप में । मैंने देखा है एक फ़रिश्ते को "पिता" के रूप में ।। Love you Papa 🥺🙏🥺
मुझे रखा छाँव में, खुद को रखा धूप में । मैंने देखा है एक फ़रिश्ते को "पिता" के रूप में ।। Love you Papa 🥺🙏🥺
मेरी मुस्कुराहटों की, आरज़ू है सिर्फ इतनी, तेरे इश्क़ समंदर में, मेरी कश्ती डूब जाए.. ✍️स्वपनिल के अश्कों से..
बुलंद किया है तेरे आशिको ने, मेरी मौत का फरमान फिर, सुना है जुगनुओं ने जैसे आज, सूरज से बगावत की हो... ✍️स्वपनिल
तेरी नज़रे अब तो, किसी और नज़र को देखती है, नज़र मैं कहाँ से लाऊं वह, जो किसी और नज़र को देखे... ✍️स्वपनिल
बुलंद किया है तेरे आशिको ने, मेरी मौत का फरमान फिर, सुना है जुगनुओं ने जैसे आज, सूरज से बगावत की हो... ✍️स्वपनिल
चक्रव्यूह रचो तुम चाहे जितने, रण से मुँह ना मोडूंगा। कलयुग का अभिमन्यु हूं, सारे चक्रव्यूह तोडूंगा । स्वपनिल 😊🙏