Vasudha Khandare
Literary Captain
22
Posts
1
Followers
0
Following

https://awards.storymirror.com/program/006d4838-a152-499a-b138-6271a74bbe63/marathi/author/a0qpy1ly/poem

Share with friends

दिल मे उनके ख़ैरियत से जुड़े काफ़ी सवाल है, रात दिन मन में बस उन्ही का ख़याल है, न कुछ ख़बर आई न कोई पैग़ाम, अरसा हो गया उनसे पूछे, क्या हाल है ??

ख़ुमार-ए-इश्क़ में गर बहक जाऊ मैं, सिमटकर मेरी बाहों में आ जाना, ये आंखों से छलकता प्यार है, किसी और के लिए न दिखाना ।।

साँसों का क्या है वो तो तुम्हारे बिना भी चलती है , बात तो दिल की है हज़ार बार टूटने पर भी तुम्हारे लिए ही धड़कता है ।।

तेरे लिए दुआ मांगी है हमने, हाथों की लकीरें उतरकर आ जाये सामने, उन लकीरों में बस मेरी ही तस्वीर हो, मेरे नाम से ही जुड़ी तुम्हारी तक़दीर हो ।।

बारिश की बूंदों की तरह छलकती है, सूरज की किरनों सी चमकती है, हवाएं संग लहराती है, ये यादें है जनाब, दिल का चैन-ए-सुकून ले जाती है ।।

आसान नहीं होगा मेरे मोहोब्बत को समझना, मुझे तो रूह से रूह तक है पहुँचना ।।

जीना आसान हुआ, जबसे नजरें तुमसे मिली है, और प्यार इस कदर हुआ, की ये आंखे बस तुम्हारा दीदार मांगती है ।।

मेरी मोहोब्बत भी आज क्या गज़ब ढाई है, उनके इंतज़ार में फिर तनहाई ने बाज़ी मारी है।।

अपनी मोहोब्बात का क्या तूने हिसाब किया, हमसे गले लगकर मानो आपका दिन खराब हुआ।।


Feed

Library

Write

Notification
Profile