माँ के हाथो की बनी रोटी
बेटी ने लिखा माँ को
माँ रखते ध्यान सभी
खाना सभी को अच्छा लगता
पर आपके जैसा कहा बन पाता
आपके हाथो मे तो जादू था
आप कैसे बरकत से चलाती
अब पता पड़ता माँ
Aadat ya majburi
Tu Meri aadat hai
Aur tujhe na bhul pana majburi hai
पड़ौसी
कुछ खुशी हो तो खुश होते
दर्द हो तो हिम्मत देते
कुछ परिवार जैसा साथ निभाते
कुछ अनजान ही बने रहते
जो काम पड़ने पर काम आये
वो सच्चे पड़ौसी