गुस्सा सब को उजाड़ देता
जीवन में आग लगा देता
हस्ते खेलते संसार नरक में डाल देता है।
मंज़िल भी सलाम करती है उसको
जिसके हिरदा में उसका वास होता
वो और कुछ नहीं सुरो का बादशाह
संगीत हमारा सांस होता है
कोई काम असंभव नहीं होता
क्योकि असंभव में ही संभव होता है।