मुश्किलें सभी की जिंदगी में
आती रहीं डराती रहीं,
वो लोग मंजिल तक
पहुँच गये,
जो दामन आशा का
थामकर चले
@सुरभि
कठनाइयां जिंदगी में सबकी
आती रहीं, डराती रहीं,
मंजिल उनको मिल सकी
जो दामन आशाओं का थामे रहे।
@सुरभि
समय की बहती धारा बहा ले गई वह सारे अधूरे स्वप्न जिनको पूरा करने मन्नतें मांगे करते थे।
हर दर्द से राहत
देती है तुझे
याद करने की आदत
तुम जानो क्या
मन की तुम्हारी
मुझे यह चाहत
मेरी इबादत